पाप या पुण्य!! सोचें और निर्णय ले।
Dispose Photos and Sculpture of Hindu Deities in a Dignified Manner
पाप या पुण्य!! सोचें और निर्णय ले।
हिन्दू समाज में भगवान की मान्यता सबसे ऊपर मानी जाती हैं और अगर भगवान की मूर्तियों को ऐसे फेंक दिया जायेगा तो हम पाप के भागीदार बनेंगे या पुण्य के, आप ही निर्णय ले।
आज जो खबर हम आप लोगों के साथ साझा करने जा रहे है वैसे तो हम सभी इसके जिम्मेदार है, परन्तु ये खबर हमें साझा की है हमारे एक सिटी एक्स्प्लोरर के.आर. राघव जी ने। उनका कहना है की वह इस पर पहले भी काफी बार गुरुग्राम निगम को बता चुके है। आज जो तस्वीरें उन्होंने भेजी है वह शिवपुरी के पास स्थित सेंट माइकल स्कूल के सामने की है। आम जनता द्वारा पीपल के वृक्ष के नीचे भगवान की मूर्तियोँ को जिस तरह से फेंका गया है वह हमारी आस्था पर एक चोट है। उसके बिलकुल पास ही कूड़े का ढेर भी लगा हुआ है। राघव जी का कहना है की हम लोगों ने बड़े बड़े घर तो बना लिए परन्तु जिस भगवान की कृपा से ये सब हुआ उनकी मूर्ति को खंडित होते ही घर से बाहर कर दिया जाता है।
हम गुरुग्राम नगर निगम से निवेदन करते है कि कृपया कर के इस पर संज्ञान लिया जाए और ऐसा करने वालो पर सख्त कार्यवाही की जाए और कोई ऐसा स्थान निश्चित किया जाए जहां पर इन मूर्तियों को रखा जा सके।
Explore NCR की टीम ने राघव जी के साथ मिल कर इस दिशा में एक अभियान की शुरुवात करने का फैसला लिया है। क्यूंकि यह मुद्दा लोगों की धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है तो इस बारे में निगम पार्षद, म्युनिसिपल कमिश्नर व् माननीय उपायुक्त से मिल कर इसका हल निकालने की कोशिश की जायेगी।
हम लोगों से भी यही प्रार्थना करते है की हम सब लोगों को भी मिलकर ये जिम्मेदारी लेनी होगी और हमें पाप का भागीदार बनना है या पुण्य का ये सोचना होगा।
राघव जी को समाज के अलग अलग पहलुओं को तस्वीरों मैं कैद करना पसंद है। #Explorencr